पंजीकृत श्रमिक परिवार के बच्चों के लिए उत्कृष्ट निजी शालाओं में निःशुल्क पढ़ाई के लिए योजना शुरू करने श्रम मंत्री ने की घोषणा
पंजीकृत श्रमिक परिवार के बच्चे अब शिक्षा के लिए केवल सरकारी स्कूलों के भरोसे नहीं रहेंगे. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के जन्म दिवस पर उद्योग और श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन ने पंजीकृत श्रमिक परिवार के बच्चों के लिए उत्कृष्ट निजी शालाओं में निःशुल्क पढ़ाई के लिए योजना शुरू करने की घोषणा की.
उद्योग और श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन ने विभागों पर अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना का विस्तार करते हुए 9 जिलों में 24 केंद्र शुरू किए जाने की घोषणा की. इसके साथ उन्होंने पंजीकृत श्रमिकों के द्वारा बैंक से लिए जाने वाले ऋण पर लगने वाले ब्याज में अनुदान देने के लिये योजना लाने का ऐलान किया. यही नहीं प्रदेश के युवाओं को स्वरोजगार उपलब्ध कराने छत्तीसगढ़ में उद्यम क्रांति योजना शुरू करने की बात कही.
मंत्री लखनलाल देवांगन ने छत्तीसगढ़ में इंवेस्ट छत्तीसगढ़ सम्मेलन का आयोजन करने का ऐलान किया. इसके लिए 5 करोड़ का प्रावधान किया गया है. इसके अलावा पं. रविशंकर यूनिवर्सिटी में स्टार्टअप और रिसर्च फेसलिटी के किए दो करोड़ का प्रावधान किया. इसके साथ नया रायपुर में आईटी हब के लिए प्लग एंड प्ले मॉडल विकसित करने की बात कही, जिसके लिए 35 करोड़ का प्रावधान किया है. वहीं कोरबा, बिलासपुर नेशनल हाइवे के करीब औद्योगिक क्षेत्रों का विकास की बात कही.
मंत्री देवांगन ने बस्तर और सरगुजा में लघु वनोपज आधारित फूड प्रोसेसिंग केंद्र स्थापित करने की घोषणा की. इसके लिए 113 करोड़ का बजट का प्रावधान किया गया है. इसके साथ कोरबा में 5 करोड़ की लागत से एल्यूमिनियम पार्क बनाए जाने की घोषणा की. इसके अलावा प्रदेश में हैंडलम प्रोडक्ट के बिक्री के लिए यूनिक मॉल की स्थापना होगी. इसके लिए 80 करोड़ का प्रावधान किया गया है.
शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना के तहत निर्माणी, संगठित एवं असंगठित वर्ग के श्रमिकों को मात्र 5 रुपए में स्वादिष्ट गर्मागरम ताजा भोजन प्रदान किया जाता है. श्रमिकों के लिए भोजन सप्ताह में 6 दिन उपलब्ध कराया जाएगा तथा श्रमिकों की आवश्यकता अनुसार 7वें दिन भी उपलब्ध कराया जा सकता है. यह योजना रायपुर, दुर्ग, रायगढ़, राजनांदगाँव, महासमुंद तथा अंबिकापुर में संचालित हो रही है.