कांग्रेस शासन के दौरान छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवा प्रणाली ने जो प्रगति की है वह अभूतपूर्व है – पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव
पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा है कि उनके कार्यकाल में छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवा प्रणाली ने जो प्रगति की है वह अभूतपूर्व है।
अपने एक्स पोस्ट में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार ने अपने भाजपा शासित पड़ोसियों MP और UP की तुलना में स्वास्थ्य पर अधिक पैसे खर्च किए, जिसमें MP की तुलना में प्रति व्यक्ति आवंटन लगभग 3 गुना और UP की तुलना में प्रति व्यक्ति आवंटन लगभग 8 गुना अधिक है।
केंद्र सरकार पर कम हिस्सा देने का आरोप
सिंह देव ने कहा है कि केंद्र सरकार इस योजना में खर्च का 60:40 के अनुपात में होने का प्रचार करती है, मगर छत्तीसगढ़ में वर्ष 2023-24 के लिए कांग्रेस की राज्य सरकार ने ₹1500 करोड़ आवंटित किए थे और केंद्र ने केवल ₹350 करोड़ प्रदान किए, जिससे यह अनुपात असल में लगभग 20:80 का हो गया। छत्तीसगढ़ में यह केंद्रीय योजना न होकर मुख्य रूप से राज्य संचालित योजना रही।कांग्रेस ने न केवल आवश्यक बजट प्रदान किया बल्कि कवरेज को 60% से 90% जनसंख्या तक पहुंचाने में पूर्ण रूप से राज्य सरकार के फंड से समर्थन दिया।
‘दूसरे राज्यों की तुलना में अधिक मरीजों का इलाज’
सिंहदेव ने कहा कि 3 करोड़ की आबादी वाले छोटे से राज्य छत्तीसगढ़ ने 24 करोड़ की आबादी वाले UP, 9 करोड़ की आबादी वाले MP और 7.5 करोड़ की आबादी वाले गुजरात जैसे बड़े भाजपा शासित राज्यों की तुलना में अधिक मरीजों को इलाज प्रदान किया है। इसके अलावा, छत्तीसगढ़ में निजी अस्पतालों की तुलना में सरकारी अस्पतालों की संख्या भी ज़्यादा है, जो सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं में लोगों के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है। यह कांग्रेस सरकार द्वारा लागू की गई नीतियों के कारण संभव हुआ, जिसका उद्देश्य निजी अस्पतालों पर जिम्मेदारी और बोझ डालने की बजाय सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देना रहा। यह सभी के लिए मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने की कांग्रेस की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हर कीमत पर राज्य के लोगों की बेहतरी ही एकमात्र ध्येय है।